Hello everybody, मेरा नाम है आशीष and today I'm here to tell my story, A Love Story 😅 I know very well कि पहले से ही दुनिया में love stories की कमी नही है फिर भी..  बस अपना मन हल्का करने के लिए आज ये स्टोरी लिख रहा हूं। उम्मीद करता हूं पसंद आए। 😇


बात यहां से शुरू होती है कि मैं और युक्ति childhood classmate है और मुझे वो पहले दिन से ही पसंद थी, मुझे आज भी याद है जब उसने मुझे फर्स्ट टाइम 2nd class मे देखा था। जब मैं सीटो के ऊपर कुंदा-फांदी कर हुड़दंग मचा रहा था, जब मुझे नोटिस हुआ कि वो देख रही है मेरा पूरा शरीर ही freez हो गया और मैं सीटों के बीच जा घुसा😂😅


इस बात को 10 साल हो गए लेकिन आज भी उसे देख मैं freez हो ही जाता हूं, ज़बान लड़खड़ा जाती है और दिमाग तो जैसे रहता ही नही। वो थी-ही कुछ अलग सी, पूरे class की crush, पढ़ने में भी अच्छी दिखने में भी अच्छी। क्या ही कहूं, जो तारीफ करू वो कम है class के सारे अमीर लड़के उसके ही पीछे पड़े थे as usual सब के सब नए-नए गिफ्ट लाया करते थे, (कोई कुछ - कोई कुछ)


मेरा कहीं कुछ नही होना था ये बात तो मैने दिमाग मे गाठ बांध ली थी उसे दूर से ही देख कर खुश रहता था क्या ही करता, न मेरे पास गिफ्ट्स थे, न ही लुक्स।


युक्ति तो नही लेकिन ऐसा भी नहीं कोई female friend ही नही थी, एक थी, जिसका नाम था अनामिका,

मैने इससे बात सिर्फ इसलिए शुरू की थी क्योंकि ये युक्ति की best friend थी but बाद में मेरी genuinely इससे अच्छी दोस्ती हो गई। लेकिन युक्ति को पसंद करने वाली बात मैने इसको नही बताई। पता नही क्यों, बस नही बताई, मन नही किया। डर था की कहीं अगर युक्ति को पता चला तो न जाने वो कैसे रिएक्ट करे।


अब लड़को में मेरे दो दोस्त थे - विवेक और हर्षित दोनो बेहद खुराफाती लेकिन दिल के साफ थे। दोनो पढ़ाई में मेरे जैसे ही ok-ok so.. कहानी यहां से है कि एक रात इन दोनो का कॉल आया और दोनो बोले भाई कल bunk मार, मॉल चलते है न्यू मूवी आई है मैने थोड़ी देर सोचा-विचारा फिर हां कह दी। …. चलो फिर कल मिलेंगे s-block पार्क स्कूल टाइम से, सब ने ok बोल के कॉल cut किया।


अगले दिन मैं स्कूल के लिए तैयार हुआ और घर से सीधे स्कूल का ही रूट पकड़ के s block पार्क पहुंच गया, वहां पहुंचा तो पाया दोनो गायब, कोई था ही नही मैने 10-15 min wait किया कि शायद निकलने में लेट हो गए होंगे। थोड़ी देर और हो गई तो मैंने कॉल मिलाया, दोनो मेरा कॉल cut किये जा रहे थे मेरा दिमाग गरम हो गया। अबे जब आना ही नही था तो मेरा स्कूल क्यों bunk करवाया। 


अब मैं करू तो करू क्या स्कूल जाऊंगा तो घुसने नही मिलेगा लेट इतना हो चुका हूं और घर जाऊंगा तो भी बवाल, आज पापा घर पे ही हैं हजारों सवाल दागे जाएंगे।


फिर सोचा 15 min और wait कर लेता हूं दोनो आ गए तो ठीक नहीं तो घर। जो होगा देखा जाएगा। समय काटने के लिए lead निकाली और वहीं बेंच पर लेट कर गाने सुनने लगा। मौसम अच्छा था हल्की-हल्की ठंडी हवा और गुनगुनी धूप। मजे से पड़ा हुआ था मैं कि तभी मुझे अनामिका की उलटी शक्ल नजर आई मैं भड़भड़ा के उठ खड़ा हुआ और बोला -


"पागल हो क्या यार..!! और तुम!!, तुम यहां क्या कर रही हो?"


अनामिका - "Same to you"


"Hadd है... Please किसी को बताना मत!!" मैंने अपने बचाव में बोला "लेकिन 🤓 तुम भी तो bunk मार के घूम रही हो, मैं तुम्हारे बारे में बता दूंगा अगर तुमने किसी से मेरे बारे में कहा।"


"अच्छा...🤷 

वैसे मैं किसी से कुछ नि कहने वाली थी पर.. फिर भी तुम यहां कर क्या रहे हो? प्लान क्या था??"


"अरे काहे का प्लान दोनो पागल आए ही नही, मुझे तो बुला लिया खुद गोल हो गए, कॉल भी नि उठा रहे"


"अब तुम बताओ ?? क्या प्लान? पार्क की घास काटने आई हो 😂 या specially डराने आई थी"


अनामिका - "👀🙍🤦‍♀️" 

"Amusement park जा रही थी, किसी का मूड ठीक करने"


"किसका?" मैने पूछा तो अनामिका अचानक पार्क के second गेट की तरफ हाथ हिलाते हुए बोली "उसका!"


मैने चश्मा ठीक किया और देखा तो तोते उड़ गए भाई 😨 सामने से युक्ति आ रही थी as usual hadd से ज्यादा beautiful, स्कूल ड्रेस में और ponytail, tie हल्की ढीली और साइड shoulder पर bag उसकी lean athletic body और गोरा सा रंग, हाए..😳🙄


मेरा गुर्दा, दिमाग, दिल, फेफड़े सब जमे धरे थे मैने बिलकुल ये नही सोचा था कि वो यहां भी आ सकती है अब मैं भागने की सोच रहा था; या तो उसकी तरफ, या पार्क से बाहर, पर में हिल भी नहीं पाया क्या करता मेरी नज़रे उससे हटी ही नही। 😅😅


वो सामने आ गई और मुझे एक smile पास किया मैने भी गंदी कोशिश करी मुस्कुराने की (उसने ध्यान भी नही दिया 🙄) वो अनामिका को ले के थोड़ा साइड में चली गई।


अब वो दोनो इधर-उधर की बाकवास कर रहे थे but मेरा पूरा फोकस युक्ति की उस एक लट पर था जो उसके चेहरे से होते हुए chin तक आ रही थी उसने उसे कान के पीछे कर दिया 😑 (आखिर क्यों?? ) क्या बताऊं मेरे मन में क्या चल रहा था, अलग ही नगाड़े बज रहे थे उसकी स्माइल-उसकी आवाज।


(control-control मत देख भाई उसे ऐसे वो क्या सोच रही होगी घूरे जा रहा है मुझे इतनी देर से कितना क्रीप है ये लड़का )


मैने try किया.. कि घास, पेड़ या आसमान की तरफ देखूं पर कमबख्त ये आंखे, हटने का नाम ही नही ले रही थी।


तभी अनामिका मेरी तरफ वापस आई और बोली - "वैसे अब क्या विचार है क्या करोगे? घर जाओगे या यहीं पड़े रहने का सोचा है😂"


Me- "क्यों क्या हुआ?"


"😃 अगर free हो तो हमारे साथ ही चलो; तुम्हे भी अच्छा लगेगा वहां और हमे भी सेफ्टी रहेगी money की टेंशन मत लेना।"


एक second के लिए तो मैं सन.. रह गया।

(मैं साथ चालू… अरे अब इससे अच्छा कुछ हो भी सकता है आज युक्ति को मैने पहली बार इतने पास से देखा उसने smile भी दी, and इतना काफी नहीं था जो उसके साथ घूमने को भी मिलेगा कही मैं सपना तो नहीं देख रहा 😳😳 आज तो अलग ही कृपा बरस रही है)


अनामिका - " ओ हेलो..!! कहां खो गए ?? चलोगे या नही? कुछ तो बोलो।"


मैने अपनी out of control हो रही खुशी को छिपाते हुए "हां" कह दिया।


"ok तो फिर मैं cab book करती हूं। "अनामिका ये कह के अपने फोन में लग गई and मैं फिर से युक्ति को देखने लगा, hand folded और वो शांत थी, एक दम चुप, कही देख रही थी, पर कहीं देख नही रही थी listening a song in whole silence, i can feel कुछ तो सही नही हुआ था इतना गुमसुम तो कभी नही रहती ये।


मेरा फोन बज उठा, मैने pocket से निकाल के देखा हर्षित कॉल कर रहा था।

ना, नही, नक्को, बिलकुल नहीं मै नही उठा रहा तेरा कॉल मैने तुरंत cut कर दिया। अगर ये आ भी गया तो भी मैं न जाने वाला अब इसके साथ।


20 मिनट बाद…


हम तीनो cab मे थे और Amusement park पहुंचने ही वाले थे पूरे रास्ते जिसकी आवाज़ सुनने मिली वो सिर्फ अनामिका थी, युक्ति एक तरफ से songs सुन रही थी और दूसरी तरफ से अनामिका की बातें खैर मैं भी चुप था, बोलता भी क्या, फोन में युक्ति की इंस्टा id open कर रक्खी थी और देख रहा था; follow के नीले बटन को; account private था; सोच रहा था कि आज ये उदास है और मैं ऐसा क्या करू कि ये खुश हो जाए।


हम लोग वहां पहुंच गए entry pass लिया और घूमना शुरू किया, अनामिका और वो आगे-आगे मैं पीछे-पीछे पहली ride, दूसरी ride, तिसरी ride, boating भी करी, जिसमे पूरा टाइम पैडल मैने चलाए और कसम से पैरो की चटनी बन गई ऐसे ही करते करते थोड़ी देर और बीत गई पर अनामिका ने अब ये नोटिस कर लिया कि मैं उन दोनो से कितना कट - कट के चल रहा हूं। 


अनामिका मेरे पास आई और बोली "अब तुम्हे क्या हो गया, क्या बात है?" 


"कुछ भी तो नही, मुझे क्या हुआ" मैंने अनजान बनते हुए कहा।


"इतना दूर दूर क्यों भाग रहे हो जैसे हम लोगो के साथ नही तुम अकेले ही घूमने आए हो, पूरी बोटिंग तुमसे करवा दी उस पर नाराज हो क्या"अनामिका पूरे बड़ी दीदी वाले टोन में बोली जैसे वो दो बच्चो को घूमने लाई हो और एक तो गुमसुम बैठा ही है और दूसरा भी अब अपनी धुन में चल रहा इसपे नाराज हो गई हो।


"तुम्हे सच में जानना है?" मैने पूछा।


"हांजी!! बड़ी मेहरबानी होगी आपकी, क्योंकि दोनों को नही संभाल सकती न मैं अकेले, वो पहले ही अजीब behave कर रही अब तुम भी शुरू हो गए।"


"अच्छा अपना हाथ दो" मैने उसका हाथ पकड़ा और अपने चेस्ट पर हल्के से रक्खा "हटाना मत, अब युक्ति को इधर बुलाओ"


"पर क्यों?"

"अरे बुलाओ तो सही"


अनामिका ने युक्ति को पुकारा और अब वो हम दोनो की तरफ ही आ रही थी मैं उसे देख रहा था वो जितना पास आती जा रही थी मेरी दिल की धड़कने बढ़ती जा रही थी और तेज - और तेज इतनी तेज की मुझे कानो पे सुनाई पड़ रही थी। 


"अरे-अरे… बस-बस-बस heart attack आ जायेगा" अनामिका हाथ हटाते हुए हैरानी से अचानक बोली।


युक्ति - "heart attack?? किसको आ रहा??"

अनामिका - "किसी को नही युंही मुंह से निकल गया तुम चलो"


मैं फिर से पीछे हट कर चलने लगा और युक्ति अनामिका मेरे आगे। अनामिका पीछे की तरफ तिरछी निगाह से मुझे घूर रही थी और मैं सर खुजा रहा था और सोच रहा था की इससे खराब तरीका नही हो सकता किसी को बताने का कि युक्ति मेरी crush है 🙄🙄


अब भूख लगी तो लंच निपटा कर रेस्ट मारा, युक्ति अभी भी कोई गाना सुन रही थी अनामिका ने परेशान हो कर उससे उसकी इयरफोंस छीन लिए फिर हम आगे की rides कि ओर बड़े; 7d show और न जाने क्या-क्या। आखिर में बस 1 ride बची थी जिसका नाम था space shot, चारो कोनो पर दो-दो सीटों के bunch थे और पूरा प्लेटफार्म रॉकेट जैसा बना था जो पिलर के top तक जाता था और तेज़ी के साथ अचानक नीचे आता, इसमें तो अच्छे खासे आदमी की जान सूख जाए, खैर अनामिका आगे-आगे भागते हुए उसमे जा बैठी इसका नुकसान ये हुआ कि उसके साथ कोई और बैठ गया। मैं और युक्ति जब तक पहुंचे सिर्फ दो ही सीटे खाली बची, मजबूरन हमे साथ बैठना पड़ा मैने पहले नही बैठने की सोची पर उस पे operator बोल उठा


"बैठ जाइए सर सीट खाली नही रख सकते बैलेंस बिगड़ता है"।


अब मेंशन करने वाली बात यहा पे ये है कि मुझे ऊंचाई का थोड़ा फोबिया है ज्यादा नही, पर है। मैं शुरू से ही ये ride avoid कर रहा था पर अब कुछ नही करा जा सकता था मैं बैठ चुका था।


मेरे और युक्ति के बीच गैप न के बराबर था हमने saftyguard को नीचे कर lock किया, मेरा उसका shoulder इतना पास था कि हल्का टच हो रहा था आधी हालत तो मेरी ऐसे ही खराब हो गई...😰😳 वो और मै इत्ती पास 😳।


Ride start हुई, सीटे उठी, पैर हवा में हो गए, 1 मीटर, 2 मीटर, 4 मीटर, 6-7-8 जमीन से दूरी बढ़ती गई, अभी platform आधा भी उप्पर नही पहुंचा था पर मेरे डर की सीमा ने अपनी सीमा लांघ दी थी, हाथ - पैर ठंडे पड़ चुके थे पसीने आ रहे थे और हनुमान चालीसा तो कबकी शुरू हो गई थी मन में, लग रहा था बस आज कैसे भी कर के बच जाऊ दोबारा कभी नही बैठूंगा इसपे।


अब हम टॉप पर थे। मैंने सामने जो देखा वो बेहद डरावना पर उतना ही सुंदर नजारा था amusement park की तो छोड़ो पूरा शहर दिख रहा था, दूर हाइवे से जा रहे ट्रक भी। पर जमीन इतनी दूर थी की इंसान भी चीटी दिखने लगे मैं इस नजारे में खो सा गया, कि तभी किसी ने मेरा हाथ जोरो से पकड़ लिया "युक्ति" वो मुझसे ज्यादा डरी हुई थी उसने दोनो हाथो से मेरा लेफ्ट hand जकड़ रक्खा था आंखे जोर से बंद और पूरा शरीर कांप सा रहा था मैंने उसे देखा और 


"AAAAaaaaaaaaa!!!!...aaaaaaAAAA!!!"

Wooop...Bang!!


मैं और युक्ति एक साथ चीख पड़े, platform पूरी दम से नीचे आया और जमीन छूने से कुछ सेंटीमीटर पहले ही रुक गया। हमने एक दूसरे को देखा, दोनो एक-दूसरे के हाथो को पकड़े थे धड़कने तेज थी, होठों पे हसी, मन में जिंदा बच जाने का रोमांच, ये एहसास ही अलग था बेहद रोमांचक पर एक और। वहां एक और एहसास बन रहा था, क्योंकि हाथ नही छूटे थे, न आंखे-आंखो से हटी। हम दोनो एक दूसरे को देखे जा रहे थे और देखे जा रहे थे। 


Meanwhile 1000 years later...


"ओहो... उतर भी जाओ अब, बस करो" अनामिका की आवाज सुन हमारा eye contact टूट गया then we realised अभी क्या हुआ, हम दोनो के हाथ अलग हुए और akward सी स्माइल पास हुई वो अपने बाल सही करते हुए अनामिका के साथ चलने लगी और मैं। मैं तो पिघला पड़ा था🥰  मेरी जिंदगी का सबसे अच्छा पल जो मैंने अभी जिया था। 


अनामिका ने Cab book कर दी और हम वापस school की तरफ जाने को हुए, वापसी के वक्त अब युक्ति थोड़ा बातचीत कर रही थी। जो देख मुझे बहुत अच्छा लगा।


अब मैं घर पे था और इतना खुश था कि पूरे घर में धामा-चौकड़ी मचा रक्खी थी, मम्मी-पापा भी मुझे हैरानी से देख रहे थे की इसे आज क्या हो गया बड़ा खुश नजर आ रहा है, पर वो क्या ही समझते कि आज क्या हुआ, मै पूरा दिन एक ही गाना लूप मे सुनता रहा वो गाना था दरअसल



you - फिर आगे क्या हुआ??? 

Me - गाना सुनो जाके मैं अगला पार्ट upload कर दूंगा।😂😂 दो दिन में








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